Jawans/NCOs/JCOs and equivalent ranks of Air Force and Navy are being cheated financially by the Govt officials. During six pay commission it was proposed to withdraw concept of weightages granted earlier on the pretext of lateral induction in Central Para Military Forces. However,, the then Defence Minister directed the defence officials on the matter of weightages that benefits already granted to PBORs should not be withdrawn and the benefit accruing to them as a result of implementation of SIXT CPC would be over and above the benefit already granted to them. However, the officials of MOD bypassed the direction of RM and neither given weihtages or implemented lateral induction policy. . This has been revealed by a RTI reply placed by Shri Rajeev Behal, legal head of the org. Now, we are filling a case that our weightages be restored since the date of implementation of 7th CPC as not only order of RM was bypassed but recommendation of lateral induction was not also implemented. Please join voice of ex-servicemen society, only org in country looking after interest of JCOs/NCOs/ORs. Visit www.voiceofexservicemen.com.
जवानों / एनसीओ / जेसीओ और वायु सेना और नौसेना के समकक्ष रैंक को रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों द्वारा वित्तीय रूप से धोखा दिया जा रहा है। छठे वेतन आयोग के दौरान सेना से सीधे भर्ती केन्द्रीय अर्ध सैनिक बलों में सेवानिवृत्ती के दिन से ही किये जाने के प्रस्ताव से वेटेज की नियम को वापस लेने का प्रस्ताव रखा गया था। हालांकि, तत्कालीन रक्षा मंत्री ने रक्षा अधिकारियों को वेटेज के मामले पर निर्देश दिया कि पीबीओआर को पहले से ही मील रहे लाभ वापस नहीं लिया जाये और छठे वेतन आयोग का लाभ इसके अतिरिक्त होगा | लेकिन रक्षा मंत्रालय के अधिकारियो ने रक्षा मंत्री के आदेश को बाई पास कर दिया और न ही वेटेज दिया और न ही लेटरल इंडक्शन की अवधारणा को ही लागु किया | इस तरह हमारा काफी नुकसान किया | श्री राजीव बहल , संगठन के लीगल हेड द्वारा RTI के तहत मांगी गई सुचना से इसका खुलासा हुआ | अब संगठन मामले को कोर्ट ले जा रह है कि हमें वेटेज देकर अधिकतम स्केल के आधार पर ०१ जनवरी २०१७ से पेंशन फिक्स किया गए | Jawans/NCOs/JCOs की हितो की लड़ाई लड़ने वाली देश की एक मात्र संगठन वौइस् ऑफ़ एक्स सर्विसमैन सोसाइटी के साथ जुड़कर हमारा हाथ मजबूत करे | www.voiceofexservicemen.com