Arbitrariness of MoD official in fixation of OROP pension

🎙️NEWS DESK: VOICE ESM

OROP आंदोलन का नेतृत्व कर रहे अधिकारियों और सर्विस मुख्यालय मे बैठे इनके भाई बंधुयों ने साँठ –गाँठ कर अपने कुटिल चालो से OROP-1 और ओआरओपी-2 का सारा पैसा हड़प लिया और JCOs/NCOs/ORs अब ठगा सा महसूस कर रहे है |

इस गठबंधन की कुटिलता का कुछ विवरण :-

  1. अधिकारियों ने OROP आंदोलन मे घुसपैठ किया और JCOs/NCOs/ORs को गुलाबी सपने दिखाये कि इनकी पेंशन मे बेतहासा बढ़ोतरी होगी |
    JCOs/NCOs/ORs का संख्या बल और पैसा का इतेमाल कर ये अधिकारी सरकार को झुकने के लिए मजबूर किया  | पूरी मीडिया को रणनीति के तहत MANAGE किया और कही भी लीक नही किया कि लड़ाई तो ये अधिकारी अपने लिए लड़ रहे है | JCOs/NCOs/ORs को OROP मे वाज़िब हिस्सा देने के लिए जंतर मंतर पर VOICE OF EX- SERVICEMEN SOCIETY के बैनर तले हम लोग बैठे थे | उस समय IBN-7 के DEBATE मैंने स्पष्ट बोला था कि यह OROP ऑफिसर केन्द्रित है और इसमे JCOs/NCOs/ORs को कोई लाभ नही होगा जब तक JCOs/NCOs/ORs की कुछ मांगो को नही माना जाता | लेकिन लोकतंत्र मे उनकी सुनी जाती है जिनके साथ भीड़ है और JCOs/NCOs/ORs की भीड़ अधिकारी वर्ग के साथ थी | सरकार ने OROP का बजट दिया और ये सब अधिकारियों ने अपने लिए रख लिया
  2. कैसे JCOs/NCOs/ORs पेंशन न बढ़े और अधिकारी वर्ग की माँग पूरी हो, इसके लिए अधिकारियों ने निम्नलिखित कार्य किया गया  :-

धोखा.1. LATERAL INDUCTION के नाम पर हमारी रैंक WEIGHTAGE और PAY SCALE का MAXIMUM पर FIXATION के प्रावधान को खत्म किया गया और बाद मे LATERAL INDUCTION की POLICY नही लाया गया  |

धोखा .2 सैन्य जीवन की कठिनाई को देखते हुए MSP लागू की गई लेकिन FIELD मे भी सुविधापूर्ण जीवन जीने वाले अधिकारी वर्ग और नर्स का वर्तमान MSP ₹15,500 और ₹10,800 रखा गया लेकिन कठिन जीवन जीने वाले JCOs/NCOs/ORs का मात्र ₹5,200 रखा गया और इस कम दर की वजह से भी पेंशन नही बढ़ी |

धोखा 3.   Lt Col को पे band 3 से उठाकर पे band 4 मे ले गए और 21 साल के मेजर को Lt Col के पेंशन के बराबर कर दिया | जबकि JCOs/ORs का पे बैंड कम रखा | Sepoy का पे band 2400 से शुरू होना चाहिए था और इस रैंक से ऊपर JCOs/NCOs/ORs वर्ग के सभी रैंकों को एक पे band ऊपर देना था |
पहले होनरारी का पे और पेंशन मेजर रैंक के करीब होता है लेकिन इस रैंक को नीचा लाया गया |

धोखा 4.  Good service pay/GCB को शामिल नहीं किया गया | classification पे मे भी गड़बड़ किया गया |

धोखा 5. सातवे वेतन आयोग मे अधिकारियों के पे को जिसके लिए इन लोगो ने दवाब डाला था , 2.67 से 2.81 के गुणक से बढ़ाया गया जबकि JCOs/NCOs/ORs का 2.57 से | हमारी पे matrix एक कम रखी गई | शुरुवात pay matrix 3 के बाजाय 4 से होना चाहिए और उसी तरह एक pay पे matrix सभी रैंक का बढ़ाया जाना चाहिए था  |

धोखा 6.  01 जनवरी 2006 को ऑफिसर की डिसबिलिटी पेंशन 5880 अधिकारी की थी और जवान की 3510 जो अब अधिकारी की 57 हजार से शुरुवात होकर 75 हजार तक है जबकि जवान वही 11 हजार के आस पास अटका रहा | उसी तरह साधारण फॅमिली पेंशन 01.01.2006 को ऑफिसर की 5880 और जवान की 3510 थी जो अब ऑफिसर की करीब 57 हजार से शुरवात होकर 75 हजार तक है जबकि हमारी वीर नरिया वही 11 हजार के आस पास रुकी पड़ी है |

धोखा 7. सर्विस HQ ने JCOs/NCOs/ORs की पे का 75% पेंशन की माँग भेजने के बाद भी इस पर ज़ोर नही दिया क्योकि LT COL. को पे BAND 4 और MAJ GEN और LT Gen को MSP देकर पे FIXATION की माँग मान ली गई थी | यहा भी हमारा इस्तेमाल हुआ |

धोखा 8. संबिधान के खिलाफ पूर्व सैनिक के नाम पर सुरक्षा एजन्सि का ब्यापार DGR ने ऑफिसर को देकर हजारो करोड़ के ब्यापार पर कब्जा करा रखा है और इसके लिये इनको सैनिक गार्ड की जरूरत है और सैनिक की पेंशन कम होगी वो SURVIVAL के लिए इनकी एजन्सि मे गार्ड का काम करेगा | षड्यंत्र्करियों ने ऑफिसर के फायदे के लिए जवानों की पेंशन नही बढ्ने देते | इसी नीति के तहत COCO पेट्रोल पम्प और COAL LOADING और ट्रांसपोर्ट कंपनी का ब्यापार पर इनका कब्जा है | सरकार की कैंटीन SUBSIDY भी अपने लिए इस्तेमाल कर हर 8 साल मे गाड़ी बदलते है |

धोखा 9. हविलदार/PETTY ऑफिसर /SGT जैसे फोर्सेस के बैंक BONE को 5 वे पे कमिसन से ही लगातार पे और पेंशन के मामले मे काफी DEGRADE किया गया है ताकि बजट बचे और इसका लाभ अधिकारी वर्ग ले जाए |

धोखा 10.  ज़ेड ग्रुप को वाई ग्रुप मे मर्ज कर दिया गया और इनका मिनिमम कम होने के कारण AVERAGE कम आया | ये सब साजिसन किया गया | चाहते तो Y ग्रुप का किसी और तरीके से फायदा कर सकते थे लेकिन Y ग्रुप का पेंशन कम करने के लिए Z ग्रुप को इस ग्रुप मे ले आए l

और बहुत सारे धोखा है …

  1. अब निदान क्या है :-

(क) ये अधिकारी आपका ध्यान बटाने के लिए कई संगठन बना रखे है और इसके प्रमुख बने बैठे है जहाँ आपको गुमराह करते रहते है और गुलाबी संपने दिखाते है और अपना गुनाह छुपाने के लिए दोष आईएएस पर मढ़ देते है |  JCOs NCOs ORS इनके संगठन से बाहर आए और अपने संगठन से इनको निकाले | आपके ऊपर जब तक ये बैठे हुये है ये JCOs/NCOs/ORs का भला नही होने देंगे | VOICE OF EX-SERVICEMEN SOCIETY के साथ जुड़े जिसमे ऑफिसर प्रतिबंधित है | आप हमारी वेब साइट www.voiceofexservicemen.in पर जाकर संगठन से जुड़े |
अगर पसंद नही है तो अपना JCOs/NCOs/ORs का संगठन बनाए |
ऑफिसर को माला पहनाना बंद करो
(All officers are not Cruel but there is no alternative.)

(ख) फरवरी के अंत मे VOICE OF EX SERVICEMEN SOCIETY राष्ट्रीय स्तर पर दिल्ली मे परदर्शन की रणनीति बना रही है अगर अखिल भारतीय स्तर पर समर्थन मिलता है तो |

(ग) 10 फरवरी के MSP का केस की फ़ाइनल HEARING मे मजबूती से लड़ा जाएगा ताकि JCOs/NCOs/ORs का कुछ भला हो सके |

(घ) रैंक WEIGHTAGE का मामला लेकर कोर्ट जाएगा | MINIMUN GUARANTEED पेंशन के तहत NOTIONAL FIXATION की माँग पर ज़ोर दिया जाएगा ताकि बाद मे आने वाले JCOs का पे पीछे वाले से पेंशन कम न हो |

(ङ) ओआरओपी के CALCULATING SHEET के लिए आरटीआई लगा दी गई है , कमी मिली तो कोर्ट जाएगा

साक्ष्य – OROP1 & OROP2 graphics attached

किसी का कोई सुझाव है तो आवश्य दे |

With Best Wishes,

Vtrn. बीर बहादुर सिंह
राष्ट्रिय संयोजक
वॉइस ऑफ एक्स सर्विसमेन सोसाइटी
www.voiceofexservicemen.in
मोब -9897468767
Vtrn. Rajeev Behal

Vtrn. Kishore Balla
9246206563
Vtrn. JS Patial (Himachal)
7807311126
Vtrn. Ram Singh Tanwar(Jaipur)
9461046595
Vtrn. Jitender Dev
9891372555