भारतीय सशस्त्र बलों के पूर्व सैनिकों पर इस शोध में योगदान देने के लिए कृपया इस लिंक द्वारा अपना अनुभव भरें।
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मैं अनिरुद्ध सिद्धगणेश आई.आई. टी. रुड़की, मानविकी और सामाजिक विज्ञान विभाग में शोध छात्र हूँ। में “पूर्व सैनिकों के जीवन में फ़ौज से रिटायरमेंट के बाद होने वाले बदलावों” पर पीएचडी शोधकार्य कर रहा हूँ। इस विषय की प्रेरणा मेरे पिताजी नाईक शास्त्री सिद्धगणेश और दादाजी होणारारी कैप्टन पुनाप्पा सिद्धगणेश से मुझे मिली है जो पूर्व सैनिक है।
किसी भी शंका के लिए आप मुझे संपर्क कर सकते हैं
ईमेल- sshastri@hs.iitr.ac.in
वार्षिक रूप से, लगभग 60,000 सैन्य कार्मिक भारतीय सशस्त्र बलों से सेवानिवृत्त होते हैं। प्रत्येक पूर्व सैनिक सेवानिवृत्ति के बाद अपने जीवन में काम, वित्तीय, पारिवारिक, स्वास्थ्य और सामाजिक बदलाव अनुभव करता है। नीचे दिए गए गूगल फ़ॉर्म लिंक के सर्वेक्षण द्वारा सेना से सेवानिवृत्ति के बाद होने वाले परिवर्तन, पूर्व सैनिकों पर उनका प्रभाव और उनसे सामना करने के लिए उपयोगी रणनीतियों को जानने का प्रयास किया गया है।
इस शोधकार्य के निष्कर्षों से पूर्व सैनिकों द्वारा अनुभव किए गए बदलावों को इक्कठा करने में मदद मिलेगी। जो रणनीतियाँ सहायक होती हैं उनका उपयोग अन्य मौजूदा और भविष्य के पूर्व सैनिकों द्वारा किया जा सकता है ताकि वे अवगत हों और बदलावों के साथ अधिक प्रभावी ढंग से निपट सकें।
आपसे नम्र विनती है कि पूर्वसैनिकों पर पीएचडी शोधकार्य में आप मेरी सहायता करें।
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