न्यूज़ नेशन चैनल पर श्री अनुराग भदौरिया जो की एक राजनितिक पार्टी के प्रवक्ता है , ने ऑफिसर/जनरल द्वारा सेना के जवानों से बूट पोलिश करवाने एवं अन्य घरेलु कार्यो के इस्तेमाल पर जनरल बक्शी को जमकर लतारा और कहा कि वे जवान के बेटे और ये सब अपनी आँखों से देखे है | जनरल बक्शी सेवादारी प्रथा को मीडिया में उठाने पर इतना गुस्सा हुआ की माइक निकलकर जाने लगा और किसी तरह एंकर ने जनरल को रोका | जनरल बक्सी एवं एंकर के दवाब में श्री भदौरिया ने अपने बयान वापस लिया | श्री भदौरिया को दवाब में अपना बयान वापस नहीं लेना चाहिए था क्योकि सच्चाई देश के सामने आनी चाहिए | आज करीब ०१ लाख जवान, अधिकारियो एवं जनरल के घर में सेवादारी में लगे है इससे इनका मनोबल बुरी तरह प्रभावित होता है और ये नये नये हथियारों के प्रशिक्षण एवं अन्य तरह के ट्रेनिंग से वंचित रह जाते है जबकि भारत के दो पड़ोसी जब मौका मिलाता है भारत पर हमला करते रहे है |
जनरल बक्शी ने इसी मुद्दे पर हमलोगों के साथ डिबेट से भी भागने लगा था | ये जनरल बक्शी सेवादारी प्रथा के बहुत बड़ा समर्थक है और पैनल में बैठो लोगो को आर्मी एक्ट एवं अनुशासन के नाम पर ऐसे डरा रहा था जैसे पैनल में बैठे लोग जवान है एवं आर्मी एक्ट के दायरे में है | भारतीय लोकत्रंत के लिए ये ठीक बात नहीं है |टीवी एंकर का रोल भी घटिया था और मीडिया की गिरावट का आदर्श उदहारण भी |
हम लोगो का प्रयाश करना चाहिए कि की सभी पार्टिया भी सेवादारी के मुद्दे को जोर शोर से उठाये और हो सके तो ये घोषणा पत्र में भी शामिल हो ताकि अग्रेजो दरवार भारतीय जवानों को अपमानित करने वाली सेवादारी प्रथा से जवानों को मुक्ति मिल सके और उनका मनोबल ऊचा हो और भारतीय सेना और सशक्त हो |
Sevadari system is concept of POLICE STATE during pre independence era when Britishers used to rule our country. This is unconstitutional which violate the the legal concept of PUBLIC WELFARE STATE. This is question mark on military/defence expert of india. Misusing of office by Army offr for their luxurious comfort creat unhealthy, unrest among 15 lakhs serving soldiers. Govt/honorable court/executive body/ media to intervene on subject writ.