Voice of exservicemen meeting on 10 Feb 19(SUNDAY) at PRESS CLUB OF INDIA, RAISINA HILLS , OPP KRISHI BHAWAN, DELHI

10 फ़रवरी 2019 के लिए प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया का लॉन 12 बजे से 3 बजे के लिए बुक किया गया है | जे.सी.ओ/एन.सी.ओ/जवान द्वारा संचालित सभी पूर्व सैनिक संगठन एवं बुदिजीवी पूर्व सैनिक एवं संगठन के दिल्ली एवं आस पास राज्यों के पदाधिकारी (महिला विंग सहित ) एवं सक्रिय सदस्यों से आग्रह है कि समय पर पहुचे | कार्यक्रम इस प्रकार है :- (Lawn of Press Club of India has been booked on 10 February 2019 from 12 PM to 3 pm for scheduled meeting). All ex-servicemen organizations run by JCOs/NCOs/ORs/ intellectual JCOs/NCOs/ORs and Office bearers/ active ESMs of the organizations of Delhi and surrounding states (including women wing) are invited. Please reach at venue in time . The program is as follows)
12 बजे – पधारे संगठनो के पदाधिकारियों एवं बुद्धिजीवी पूर्व सैनिको का स्वागत | (Welcome of office bearers of org/intellectual ESMs participating in the meeting).
12.15 से 2 बजे तक पधारे सैनिक संगठन एवं बुद्धिजीवी पूर्व सैनिक का भाषण एवं जे.सी.ओ/जवान से सम्बंधित मुद्दे को हल करने की आगे की रणनीति पर चर्चा और निर्णय | (address by ESMs org/intellectual and discuss of future strategy in connection with welfare of JCOs/NCOs/ORs )
2 बजे से २.30 – प्रेस के साथ बातचीत (सभी रास्ट्रीय प्रिंट एवं एलेक्ट्रोनिस मीडिया को आमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है )( Interaction with print and electronic media. All print and electronic media is being invited )
2.30 से 3 बजे तक ओपन सेशन | (open session )
3 बजे – लंच (Lunch)

जहाँ बैठक हो रही है वह देश का महत्वपूर्ण गरिमामय स्थान है | देश की सभी मीडिया का ध्यान हमारी तरफ होगा इसलिए अपनी गरिमा बनाते हुए शालीन, तथ्यात्मक एवं मुद्दे पर ही अपना भाषण केन्द्रित रखे | ध्यान रहे बैठक जे.सी.ओ/एन.सी.ओ/जवान के कल्याण के लिए बुलाई जा रही न कि राजनिति के लिए इसलिए राजनिति करने वाले पूर्व सैनिक हमें क्षमा करे क्योकि उस स्थान पर राजनीति की इजागत नहीं है | Where the meeting is going , it is the important dignified place of the country. The attention of all the media of the country will be on our side, therefore, we should maintain dignity and focus only on the issue with factual data. The meeting is being convened for the welfare of JCO / NCO / Jawans and not for politics hence, we cannot permit ESMs to utilize this platform for politics which is prohibited there)

प्रेस क्लब ऑफ़ इंडियन का पता है (address of Press Club of India)
1 रायसीना रोड, नई दिल्ली (1 Raisina Road, New Delhi)
नजदीक मेट्रो – केंद्रीय सचिवालय (कृषि भवन के पास (opposite)
(nearest metro -Central Secretariat (oppose Krishi Bhawan)

Appeal to all india exservicemen –
परमआदरणीय सभी भूतपूर्व सैनिकों ,संगठनों ।
विगत लंबे दशकों तक कमोबेश सभी सैनिक संगठनों पर सेना अधिकारियों का एकछत्र राज कायम रहा है जिसका खामियाजा हमें अधूरे OROP से लेकर अनगिनत सैनिक विरोधी नीतियों के रूप में मिलता रहा है । सेना अधिकारियों की राष्ट्रवादी संप्रेषण कला के मुरीद सिविल नीति नियंताओं की अनभिज्ञता का हम बरसों से शिकार रहे हैं ।सेना अधिकारियों की राष्ट्रवादी भाषणों से इतर उनका भ्रष्टाचार की गंगोत्री में योगदान सेवा के दौरान कैसा रहता है यह सभी सैनिक भाई जानते हैं , इसकी चर्चा करना यहां आवश्यक प्रतीत नहीं होता है ।
सौभाग्यवश,वर्ष विगत कुछेक दशकों में जवानों की बढ़ती जागृति फलस्वरूप सैनिक संगठनों की गतिविधियां सैनिकों के अधीन भी शुरू हो रहे हैं। फलत: सेना अधिकारियों नये प्रोपगेंडा के तहत साजिश कर रहे हैं, जिसके तहत सेवानिवृत्ति के बाद सैनिक घोषित कर सभी सैनिक संगठनों का यूनाइटेड फ्रंट बनाकर स्वयंभू नेता बनने की पुरजोर कोशिश शुरू हो रही है । हम सभी जानते हैं कि सेवा के दौरान कोई अधिकारी सैनिक कहलाना भी पसंद नहीं करता है ।सभी सैनिक मित्रों , वरिष्ठ जनों विशेषकर पदों के आकांक्षी अनेकानेक Honanary Ranks सम्मानीय सैनिकों की गतिविधियों इन साजिशों को समझने तथा अपने कनिष्ठ सैनिकों की महती आवश्यकता समय की मांग है जिसका निवहन करके ही अपने आत्मा की शांति की अपेक्षा कर सकते हैं। सैनिकों के प्रति हम अपनी जिम्मेदारी कैसे भूल सकते हैं। हम सैनिकों को यह याद रखना होगा कि हमने क्या खोया क्या पाया की बगैर चिंता आने पीढ़ी कम से कम सेना अधिकारियों की साजिशों का शिकार ना हो की प्रतिज्ञा के कुछ ऐतिहासिक कार्य करना होगा। यदि हम सैनिक बंधू इसे नहीं समझते हैं तो यह सभी सैनिकों का दुर्भाग्य होगा ।
दरअसल, जनरल वी.के सिंह आदि नेता बन चुके अधिकारियों से फंड प्राप्त कर सतवीर सिंह की तर्ज पर कनल दिनेश नैन देशव्यापी अभियान चला रहे हैं ताकि सभी सैनिक उनको नेता मान लें तथा वे सतवीर सिंह की तर्ज पर सैनिकों के साथ रहते हुए सैनिकों के खिलाफ नीति की मांग को आगे बढ़ा सकें।
बहरहाल, यूनाइटेड फ्रंट द्वारा जारी एजेंडा का पहला बिंदु ही सैनिक विरोधी तथा अधिकारियों के सम्राराज्य की स्थापना की मांग का है । हमें यह चिंतन करना होगा कि सेना मंत्रालय में रक्षा मंत्री से लेकर सभी पदाधिकारीगण सेना विभाग के लोगों हेतु आरक्षित होती है तो क्या हम सैनिकों में से कोई रक्षा मंत्री बनेगा या कोई अधिकारी पद हमें मिलेगा । कदापि नहीं , ऐसी स्थिति में सभी पदों पर अधिकारियों को सुनिश्चित आरक्षण प्राप्त होगी । वर्तमान समय की एक घातक नीति जिसमें कहा गया है कि गैस एजेंसी डीलरशिप में Ex-servicemen का कोटा होगा परन्तु गैस एजेंसी डीलरशिप का आवेदन भी एक सैनिक नहीं ‌कर सकता है। वहां भी Officer होना चाहिए। Ex-servicemen के नाम ऐसे अनगिनत भेदभाव, साजिशों के शिकार सैनिक एक बार पुनः कनल‌ दिनेश नैन तथा सोही के साजिशों के शिकार होने की कगार पर है। जिसे हम सभी सैनिकों को समझने की महती आवश्यकता है। निसंदेह, सेवानिवृत्ति के बाद हम सैनिकों को अफसरों के लिए कुर्सी, दरी बिछाने के कार्यों को स्वीकार नहीं करना चाहिए। काश, हमारे इस दुर्भाग्य का अंत हो जाता तो हम‌ सैनिक अधिकारियों की साजिशों का शिकार ना होते। अतः हम सभी सैनिकों को यह प्रतिज्ञा लेना होगा कि सेवानिवृत्ति के बाद हम किसी अधिकारी हेतु दरी, कुर्सी बिछाने के कार्यों को स्वीकार नहीं करना है तथा अधिकारियों का सभी सैनिक संगठनों से बहिष्कार करना है।
निसंदेह, यह समझा आवश्यक है कि कर्नल नैन की साजिश कितनी गंभीर एवं घातक है यदि हम ऐसी साजिशों को नहीं समझते हैं तो आने वाले कई दशकों तक सैनिक पूर्ववत गुलामी के जीवन जीने को मजबूर होंगे । हम सभी सैनिक भाइयों को इस पर चिंतन करना होगा और हमें किसी सेना अधिकारी को अपने संगठन , यूनाइटेड फ्रंट के रूप में किसी भी स्तर पर नेता महत्वपूर्ण पद या फिर किसी भी रुप में स्वीकार नहीं करना चाहिए ।
कर्नल नैन का दूसरा, तीसरा , आठवां Memorandum विंदू इत्यादि सेना अधिकारियों के साम्राज्य स्थापना की नई साजिश है जिसे हम सभी सैनिक भाइयों को समझने की आवश्यकता है । बाकी के अन्यान्य बिंदु दिखावटी है जिसकी स्वीकार्यता सैनिकों की मूल समस्या रोजगार , पेंशन आदि से कोसों दूर है ।
सैनिकों की वास्तविक समस्या रोजगार , पेंशन सहित शोषणरहित सेवानिवृत्ति के जीवन की प्राप्ति हेतु Press Club of India में आयोजित 10 फरवरी 2019 की ऐतिहासिक बैठक पूर्व सैनिकों की समस्याओं पर चिंतन हेतु आयोजित की जा रही है। सभी सैनिक संगठनों के तत्वाधान में Voice of Ex-servicemen society के अथक प्रयासों से इस ऐतिहासिक शुभ अवसर पर हम सभी उपस्थित होकर अपनी भावनाओं का संप्रेषण रक्षा मंत्री तथा प्रधान मंत्री तक प्रेषित करें ताकि सिविलियन सोसायटी हमारी समस्याओं से अवगत होकर सेना अधिकारियों के साजिशों को खारिज करने की आवश्यकता से अवगत होने को मजबूर हो सकें। सभी सैनिक बंधुओं को सैनिकों के हित की खातिर निष्पक्ष भाव से आगे आना चाहिए और अपनी बातों का को उच्चतम स्तर पर पहुंचाने का प्रण लेना चाहिए । कुछेक नैन के आवंटित पदों के आकांक्षी सैनिकों को को भी चिंतन करना चाहिए कि उनके बचे खुचे दिन सैनिक समाज के विकास , उत्थान और सुरक्षा हेतु समर्पित हो ना कि किसी पद विशेष की खातिर समर्पित हो । ऐसी भावना के साथ Voice of Ex servicemen society की पहल‌ पर PRESS CLUB OF INDIA, NEW DELHI के ऐतिहासिक अवसर का लाभ हम सभी सैनिकों को ‌उठाते हुए सैनिकों की समस्याओं को सरकार तक पहुंचाने की प्रतिज्ञा लेना चाहिए। यदि हम ऐसा कर सके तो सैनिक की समस्याओं का उन्मूलन की दिशा में एक ऐतिहासिक होगा अन्यथा सतवीर तथा बक्सी का नूतन अवतार कनल दिनेश नैन अपने साजिशों के साथ सम्पूर्ण भारत के भमण हेतु घुम रहा है जिसके सभी खर्चों की फंडिंग जनरल वी. के सिंह कर रहे हैं। सैनिक भाइयों अब भी जग जाये ऐसी आकांक्षाके साथ ।

धन्यवाद।